Greater Noida News: यमुना एक्सप्रेसवे इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी (YEIDA) से एक महत्वपूर्ण समाचार सामने आया है। गैस अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (गेल) ने यमुना प्राधिकरण से जमीन की मांग की है। गेल इंडिया यमुना सिटी के संस्थागत सेक्टर में अपना अत्याधुनिक रिसर्च एंड डेवलपमेंट सेंटर स्थापित करना चाहती है, जिससे क्षेत्र में तकनीकी विकास और रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।
सेक्टर 13 में जमीन होगी आवंटित:
गेल इंडिया के कार्यकारी निदेशक संजीव कुमार ने यमुना प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉक्टर अरुण वीर सिंह को पत्र लिखकर इस संबंध में जमीन की मांग की है। शुक्रवार को डॉ. अरुण वीर सिंह ने इस जानकारी का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि गेल इंडिया को यमुना सिटी के सेक्टर 13 में जमीन आवंटित की जाएगी। यह निर्णय यमुना प्राधिकरण के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हो सकता है।
गेल इंडिया, जो भारत सरकार का एक प्रमुख सार्वजनिक उपक्रम है, यमुना प्राधिकरण के संस्थागत क्षेत्र में एक विश्वस्तरीय रिसर्च एंड डेवलपमेंट सेंटर स्थापित करने की योजना बना रही है। इस केंद्र में पाइपलाइन परिवहन, पेट्रोकेमिकल्स, नवीकरणीय ईंधन और अन्य भविष्य के क्षेत्रों पर शोध किया जाएगा। गेल इंडिया ने इस केंद्र की स्थापना के लिए एक परामर्श फर्म के माध्यम से पूरी योजना तैयार कर ली है। प्रारंभिक चरण में इस केंद्र की स्थापना पर लगभग 500-700 करोड़ रुपये का खर्च आने का अनुमान है।
भूमि आवंटन अगले दो-तीन दिनों में होने की संभावना:
यमुना प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉ. अरुण वीर सिंह ने बताया कि गेल इंडिया के प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया गया है। देश के सबसे बड़े सार्वजनिक उपक्रमों में शामिल गेल इंडिया को यमुना सिटी के सेक्टर 13 में 25 एकड़ जमीन का आवंटन किया जाएगा। यह भूमि आवंटन अगले दो-तीन दिनों में होने की संभावना है।
परियोजना का महत्व और प्रभाव:
डॉ. अरुण वीर सिंह ने बताया कि यह परियोजना यमुना प्राधिकरण के संस्थागत क्षेत्र के विकास में महत्वपूर्ण योगदान देगी। इस निर्णय से न केवल क्षेत्र में अनुसंधान और विकास को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे। यह कदम यमुना सिटी को एक प्रमुख औद्योगिक और शोध केंद्र के रूप में स्थापित करने में मदद करेगा। इस परियोजना से स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी और क्षेत्र में औद्योगिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा।
गेल इंडिया के इस रिसर्च एंड डेवलपमेंट सेंटर में अत्याधुनिक सुविधाएं होंगी जो विभिन्न अनुसंधान गतिविधियों को संचालित करने में सहायक होंगी। इसके माध्यम से भारत के ऊर्जा और पेट्रोकेमिकल्स सेक्टर में नए नवाचारों को बढ़ावा मिलेगा।
स्थानीय समुदाय पर प्रभाव:
इस परियोजना से स्थानीय समुदाय को भी अनेक लाभ होंगे। रोजगार के नए अवसरों से युवाओं को अपने करियर में प्रगति के नए रास्ते मिलेंगे। इसके साथ ही, क्षेत्र में शिक्षा और प्रशिक्षण के नए अवसर भी उत्पन्न होंगे। रिसर्च एंड डेवलपमेंट सेंटर की स्थापना से यमुना सिटी में रहने वाले लोगों को उच्च शिक्षा और तकनीकी प्रशिक्षण के बेहतर अवसर मिल सकेंगे।
भविष्य की संभावनाएँ:
गेल इंडिया का यह कदम यमुना सिटी को एक प्रमुख औद्योगिक और अनुसंधान केंद्र के रूप में स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। इससे न केवल स्थानीय क्षेत्र में विकास होगा, बल्कि भारत के ऊर्जा क्षेत्र में भी नवाचार और तकनीकी उन्नति को बढ़ावा मिलेगा।
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